ऊर्जा मंत्रालय को "उत्कृष्टता पुरस्कार" डिजिटल सरकार की वार्षिक बैठक में प्राप्त हुआ।

ऊर्जा मंत्रालय को "उत्कृष्टता पुरस्कार" से सम्मानित किया गया, डिजिटल सरकार की वार्षिक बैठक के दौरान, उन सरकारी संस्थाओं की श्रेणी में जिसने कृत्रिम बुद्धिमत्ता अनुप्रयोगों को सर्वश्रेष्ठ ढंग से अपनाया है। यह सम्मान मंत्रालय की परियोजना "बिजली उपभोग की स्मार्ट निगरानी" के लिए दिया गया।
"बिजली उपभोग की स्मार्ट निगरानी" परियोजना, जो ऊर्जा मंत्रालय की एक अग्रणी पहल है, स्मार्ट मीटरों से डेटा एकत्र करने, डेटा विश्लेषण तकनीकों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग पर आधारित है। इसका उद्देश्य सरकारी सुविधाओं में ऊर्जा उपयोग की दक्षता में सुधार करना है।
परियोजना के कार्यान्वयन के दौरान, 24 महीनों में 76,000 से अधिक सरकारी स्थलों से 2.3 अरब से अधिक डेटा रीडिंग एकत्र और विश्लेषित की गईं, ताकि बिजली उपभोग की दक्षता में सुधार किया जा सके और सरकारी सुविधाओं के वार्षिक बिल में कमी लाई जा सके। प्रारंभिक विश्लेषण के परिणामों से पता चला कि इन स्थलों में बिजली उपभोग को 20% से 30% तक कम करने के अवसर मौजूद हैं।
गौरतलब है कि ऊर्जा मंत्रालय ऊर्जा प्रणाली की डिजिटल सेवाओं को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। हाल ही में मंत्रालय ने “ताक़ा” नामक एक क्षेत्रीय मंच की घोषणा की है, जो एकीकृत डिजिटल पोर्टल होगा। इसमें ऊर्जा प्रणाली की छह संस्थाओं द्वारा प्रदान की गई 70 से अधिक सेवाएँ शामिल हैं। यह मंच सरकारी और निजी क्षेत्र की संस्थाओं तथा व्यक्तियों सहित 5 लाख से अधिक लाभार्थियों की सेवा करेगा।
इसके अलावा, मंत्रालय सऊदी ऊर्जा दक्षता केंद्र के माध्यम से ऊर्जा के उत्पादन और उपभोग की दक्षता को सशक्त करने की दिशा में काम कर रहा है। केंद्र ने संबंधित सरकारी संस्थाओं के सहयोग से 100 से अधिक पहलों को शुरू और लागू किया है, जिनसे प्राथमिक ऊर्जा की बचत में लगातार वृद्धि हुई है, जो वर्ष 2024 के अंत तक प्रतिदिन लगभग 6.62 लाख बैरल तेल के समकक्ष है।